लिखा है गुलज़ार ने।
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असल
में
तेरी बातों में किमाम की खुशबू है
तेरा आना भी गर्मियों की लू है
विभु ने जैसा सुना/समझा
तेरी बातों में *की आम* की खुशबू है
तेरा आना भी *गर्मी-ओ-कीलू* है
मज़ेदार है!
अरे! मैंने भी
यही समझा था!
चर्चा
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