गीतायन पर खोजें
असल
में
आन मिलो आन मिलो शाम साँवरे
बृज में अकेले राधे खोई खोई फिरे
अभिजित देवनाथ ने जैसा सुना/समझा
आन मिलो आन मिलो शाम साँवरे
Bridge में अकेले राधे खोई खोई फिरे
1
की पसंद - मेरी भी!
अरे! मैंने भी
यही समझा था!
चर्चा
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2005 विनय जैन