गाया है लता ने।
लिखा है गुलज़ार ने।
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असल
में
इस मोड़ से जाते हैं
कुछ सुस्त क़दम रस्ते
कुछ तेज़ क़दम राहें
Shikha ने जैसा सुना/समझा
इस मोड़ से जाते हैं
कुछ सुस्त क़दम *रख के*
कुछ तेज़ क़दम *वाले*
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की पसंद - मेरी भी!
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और ने यही समझा - मैंने
भी!
चर्चा
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