गाया है सोनू निगम, सुनिधि ने।
लिखा है प्रसून जोशी ने।
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असल
में
ये साज़िश है बूँदों की
कोई ख़्वाहिश है चुप-चुप सी
UVR ने जैसा सुना/समझा
ये साज़िश है *बोलों* की
कोई ख़्वाहिश है चुप-चुप सी
मज़ेदार है!
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और ने यही समझा - मैंने
भी!
चर्चा
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