गाया है भूपेंद्र ने।
लिखा है गुलज़ार ने।
गीतायन पर खोजें
असल
में
रात में और दोपहर में
आब-ओ-दाना ढूँढ़ते हैं
Asif ने जैसा सुना/समझा
रात में और दोपहर में
*साबुदाना* ढूँढ़ते हैं
4
की पसंद - मेरी भी!
4
और ने यही समझा - मैंने
भी!
चर्चा
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2005 विनय जैन