गाया है रफ़ी ने। लिखा है शैलेन्द्र ने। गीतायन पर खोजें

असल में

उनके ही हाथों हाल हुआ ये बैठे हैं दिल को थाम

Suparna Bhattacharya ने जैसा सुना/समझा
उनके ही हाथों हाल हुआ ये बैठे हैं *जिन* को थाम

बकौल Suparna Bhattacharya,
in context of the previous line, pyaar mein 'jin' ke sab jag chhoda... i thought it only natural that it should be baithe hain 'jin' ko thaam. (In the sense that, the person i hold close to my heart still, has brought me to this state.)
Listening to Rekha's rendition of this song in a recent film made me realise my mistake. I like my version though :))
6 की पसंद - मेरी भी!
1 और ने यही समझा - मैंने भी!


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