गाया है किशोर ने।
लिखा है आनंद बख्शी ने।
गीतायन पर खोजें
असल
में
जितनी चाभी भरी राम ने उतना चले खिलौना
Viaa ने जैसा सुना/समझा
जितनी चाभी भरी *जान में* उतना चले खिलौना
2
की पसंद - मेरी भी!
अरे! मैंने भी
यही समझा था!
चर्चा
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2005 विनय जैन