गाया है लता ने। लिखा है गुलज़ार ने। गीतायन पर खोजें

असल में

इस मोड़ से जाते हैं
कुछ सुस्त क़दम रस्ते
कुछ तेज़ क़दम राहें

Shikha ने जैसा सुना/समझा
इस मोड़ से जाते हैं
कुछ सुस्त क़दम *रख के*
कुछ तेज़ क़दम *वाले*

14 की पसंद - मेरी भी!
7 और ने यही समझा - मैंने भी!


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