गाया है उषा मंगेशकर ने।
लिखा है मजरूह ने।
गीतायन पर खोजें
असल
में
मुँगड़ा मुँगड़ा मैं गुड़ की डली
sachin godbole ने जैसा सुना/समझा
मुँगड़ा मुँगड़ा मैं उड़ के चली
3
की पसंद - मेरी भी!
1
और ने यही समझा - मैंने
भी!
चर्चा
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2005 विनय जैन